
लखनऊ: सम्वाददाता ::
इंटीग्रल विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग द्वारा 8 अप्रैल 2025 को ” फिजिक्स ऑफ नोवल मैग्नेटिक एंड सुपरकंडक्टिंग मटेरियल्स” पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी ने छात्रों और शोधकर्ताओं को चुंबकत्व और सुपरकंडक्टिविटी के बुनियादी विज्ञान को समझने और उस पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान किया। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) से आए विशिष्ट प्रोफेसरों ने इस आयोजन में व्याख्यान प्रस्तुत किए, जिससे प्रतिभागियों को इस क्षेत्र में नवीनतम शोध और रुझानों से अवगत होने का अवसर मिला।
संगोष्ठी का उद्घाटन कार्यक्रम एक शानदार पुष्प स्वागत के साथ शुरू हुआ, इसके बाद विश्वविद्यालय तराना प्रस्तुत किया गया। इंटीग्रल विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के प्रमुख प्रो. शमून अहमद सिद्दीकी ने स्वागत संबोधन दिया और कार्यक्रम की शुरुआत की। विज्ञान संकाय के डीन प्रो. अब्दुल रहमान खान ने इस प्रकार के वैज्ञानिक आयोजनों के महत्व पर प्रकाश डाला और ज्ञान के आदान-प्रदान एवं सहयोगात्मक शोध की आवश्यकता पर जोर दिया
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. जाकिर हुसैन (IIT कानपुर) और प्रो. शाहिद हुसैन (AMU) ने अपने-अपने विषयों पर व्याख्यान प्रस्तुत किए। प्रो. जाकिर हुसैन ने d- और f- इलेक्ट्रॉन प्रणालियों द्वारा प्रदर्शित चुंबकीय और सुपरकंडक्टिंग व्यवहारों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे f- इलेक्ट्रॉनों की स्थानीय प्रकृति और d- इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता असामान्य सुपरकंडक्टिविटी और जटिल चुंबकीय व्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वहीं, प्रो. शाहिद हुसैन ने बहुक्रियात्मक सामग्री में चुंबकीय और विद्युत गुणों के आपसी संबंध पर चर्चा की और सीसा मुक्त नैनोकॉम्पोजिट्स पर अपने अनुसंधान निष्कर्ष साझा किए।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. सैयद वसीम अख्तर और उप-कुलाधिपति डॉ. सयद नदीम अख्तर भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस वैज्ञानिक पहल की सराहना की और शोधकर्ताओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की बात की। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसे डॉ. सलमान अहमद वारसी ने दिया।
संगोष्ठी के बाद वैज्ञानिक सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों, शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों को चुंबकत्व और सुपरकंडक्टिविटी के समकालीन विषयों पर चर्चा करने का अवसर मिला।
कार्यक्रम में प्रो. वहाजुल हक, प्रो. सैयद अकील अहमद, और विभिन्न विभागों के डीन एवं विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे ।
